google01b5732cb2ec8f39 पौराणिकों के ईश्वर ओर अल्लाह की सदृश्य ~ আর্যবীর आर्यवीर aryaveer

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पौराणिकों के ईश्वर ओर अल्लाह की सदृश्य

पौराणिकों के ईश्वर ओर अल्लाह की सदृश्य 




पौराणिक कहानी और मुल्लो की इस्लाम की सदृश्य 


 1) मुसलमानों का मानना ​​है कि उनका अल्लाह सर्व ब्यापक है फिर भी इनके अल्लाह 7 आसमान पर बैठता है, 😆 और पौराणिकों का ईश्वर सर्व ब्यापक है फिर भी इनके  भगवान पैदा होता है, मनुष्य, सुअर, कछुए के रुप में🥴

 2) मुसलमान मानते हैं कि अल्लाह इस जगत को बनाया उनके अल्लाह ही इस जगत का उपादान एवं निर्माण कारण हैओर दूसरी तरफ पौराणिकों भी यही मानते हैं कि उनकी ईश्वर  जगत का उपादान एवं निर्माण कारण है🥴

 3) मुसलमान भी मांस खाते हैं, जबकि पौराणिक भी मांस खाते हैं।😠

 4) पौराणिक भी अपने ईश्वर के नाम पर विभिन्न जानवरों की बलि देते हैं और मुसलमान भी अल्लाह के नाम पर कुर्बानी देते हैं।😠

 ५) पुराणों में असंख्य अश्लीलताए है -पिता ब्रह्मा पुत्री सरस्वती के साथ काम क्रीड़ा, शिव पुराण की दारु वन में शिव के लिंग काटने की कहानी, भगवत पुराण में कृष्ण और विभिन्न गोपियों के साथ यौन क्रीड़ा आदि बहुत अश्लीलताएँ हैं यौन पुराण मै। ओर मुस्लिमों भी ऐसा है- लूत इस्लाम ने किया था अपने २ बेटी के साथ यौन क्रीड़ा, अदम की बेटी और बेटा के साथ विबाह, मुहम्मद ने किया था ६ उम्र की आयेशा को बिबाह। 🤣😆


 7) पौराणिक अनार्यो अद्भुत कहानियों में विश्वास करती हैं जैसे कि उनके ईश्वर सूअर, मछली, कछुए, शेर का रूप लेते हैं। 😆 कृष्ण ने अपने हाथ की उंगलियों से पर्वत को सीधा किया, शिव के लिंग से शुक्राचार्य का जन्म हुआ था।😆 दूसरी ओर, मुस्लिम भी ऐसे कहानी पर विश्वास रखते हैं - मुहम्मद ने किया था चांद को दो टुकड़े 😆 मुहम्मद की रैकेट बरख की कहानी, 7 दिनों में अल्लाह ने किया दुनिया का निर्माण, ज़मज़म के पानी में मुहम्मद के दिल को धोने की कहानी।😆

 7) पौराणिकों और मुसलमानों दोनों ही  ज्ञान, विज्ञान को दुश्मन समझते है।

 7) पौराणिकों तर्क को नही मानते  जैसे कि मुस्लिमों भी तर्क को नही मानते हैं।😅

 9) पौराणिकों के स्वर्ग और नरक के एक स्थान विशेष है।  दूसरी ओर, मुल्लाओं का जन्नत और जहन्नम एक स्थान विशेष है।

 10. पौराणिकों मूर्ति पूजा करते हैं, जबकि मुल्ला भी मूर्तियों (काबा घर, हजरे असवद योनी) की पूजा करते हैं।😆

 11. जैसा कि मुसलमानों भी वेद की निंदा करते है और पौराणिक भी वेद की निंदा करते है। 😡

 12. मुसलमानों चिल्लाकर अल्लाह की पूजा(आजन). करते हैं और  पौराणिक भी चिल्लाकर ढोल, नगाड़े, घंटियाँ बजाकर अपने ईश्वर की पूजा करते हैं।😄

 13. मुल्ला लोग रोजा की समय  उपवास करते हैं, ओर पौराणिकों  मूर्ति पूजा का समय उपवास करते है।😅

 14. कुरान में देखा गया है कि अल्लाह शैतान से भी लड़ता है और दूसरी ओर पौराणिक कथाओं के अनुसार,उकने ईश्वर  भी राक्षसों से लड़ते हैं।😋

 15. पौराणिक लोग तथाकथित भूतों में विश्वास करते हैं, और मुसलमान भी जिन्न पर विश्वास करते हैं।🤣

 16.  पौराणिक ईश्वर पापी के पाप क्षमा करता है, और अल्लाह भी क्षमा करता है।😂

 17. मुसलमान हज करने की मक्का  जाते हैं, और पौराणिकों  गया, काशी, केदारनाथ आदि में जाते हैं तीर्थ करने के लिए ।🤣

 18. अधर्म के समय, अल्लाह पृथ्वी पर एक पैगंबर भेजता है और अधर्म के समय पौराणिक भगवान खुद अवतार लेते है।🤣

 19. पौराणिकों स्वयं को हिंदू कहते हैं, लेकिन यदि हम अपने धर्मग्रंथों को देखें, तो हिंदू शब्द कहीं नहीं पाया जाता है, क्योंकि हमारे धर्मग्रंथों के अनुसार, हमारा नाम 'आर्य' है, मुस्लिम मुगलों द्वारा दिया गया नाम 'हिंदू' है।

अर्थात  मुल्ले का दलाल हिन्दू ही है, ओर आर्य उसको कहते है जो बेदानुकूल शास्त्र को मानते हैं✌️

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